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प्रशासनिक ब्यावर
रचनाकारः वासुदेव मंगल
अरावली पर्वत की छोटी-छोटी
पहाडि़यो के बीच 5 किलामीटर की परिधि के मध्य गोलाकार घाटी में ऊंचे पठार पर बसा 165 साल पुराना ‘ब्यावर’ श्।हर भ्।ारत ही नहीं अपितु विश्व में अपनी अलग ही पहचान बनाये हुए हैं। साम्प्रदायिक संस्कृति की एकरूपता की ज्वलन्त मिसाल, कलात्मक, पाश्चात्य शैली की बसावट, असीमित नैसर्गिक धरोहर, उन्नत व्यापार व उद्योग, विकसित वित्तिय व्यवस्था आदि प्रत्येक शकुन इस श्।हर में व्याप्त है।
आवागमन के साधन चारों तरफ से सदैव निरन्तर प्राप्त एंव सुलभ सरल संचार व्यवस्था का जाल राजस्थान के केन्द्र में स्थित होने के कारण्। अधिक महत्व रखता है । आरम्भ में बराखन के जंगल को साफ करके बनाई गयी फौजी छावनी ने शनै-शनै नागरिक बस्ती का रूप ले लिया।
यहां से राजस्थान प्रदेश के जयपुर, जोध्।पुर, उदयपुर तथ्।ा भारत की राजध्।ानी दिल्ली व गुजरात प्रान्त की राजधानी अहमदाबाद समान दूरी पर स्थित है।
ब्यावर, अजमेर शरीफ के दक्ष्।िण में लगभग 54 किलोमीटर दूर उत्तरी अशांक्ष्। रेखा के 26 9‘ 15’ की दूरी पर व पूर्वी देशान्तर रेखा में 74 23’ 20’ की दूरी पर समुद्र तल से 1467 फिट की उंचाई पर कर्नल चाल्र्स जैम्स डिक्सन का 1 फरवरी, 1836 में बसाया गया श्।हर है जो चार दिशाओं में षटकोण के आकार में स्थित दिशाओं में 4 सुन्दर 32 फुट ऊचे भव्य कलात्मक दरवाजों, 32 बुर्जुओं के साथ कंगूरेदार 21 फुट ऊंची 10569 फिट लम्बी व 884161 घनफिट सुन्दर दीवार के साथ्। शहर की सुरक्षात्मक संरचना की। अजमेरी दरवाजा नगरद्वार बनाया गया जिसमें दो गोरवों सहित मेहरावदार डयोढ़ी बनायी गयी। ब्यावर श्।हर की संरचना ईसाई धर्म के पवित्र प्रतीक चिन्ह क्रोस की आकृति पर की गयी। इस क्षेत्र की सबसे ऊंची चोटी तीन हजार फिट ऊंची टाॅडगढ़ की है।
ऐसी विलक्षण महफुज जगह डिक्सन ने शहर के निवासियों को पेगरियों से सुरक्षा प्रदान करने के लिये दी।
वर्तमान में ब्यावर शहर में जिला मुख्यालय के जैसी तमाम सुविधाएॅं उपलब्ध्। है सिवाय औरचारिक जिला मुख्यालय के। वर्तमान में ब्यावर की जनसंख्या 2 लाख के लगभग है। ब्यावर क्षेत्र का क्षेत्रफल 1769 वर्ग किलामीटर है। राजस्थान का सबसे बड़ा उपखण्ड है। तीन तहसील ब्यावर क्षेत्र की है। इसी प्रकार ब्यावर क्षेत्र की दो पंचायत समितियां हैं। 71 ग्राम पंचायतें हैं। लगभग 125 शैक्षणिक संस्थाएं हैं जिसमें एक स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय, दो कन्या महाविद्यालय, चार छात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, दो उच्चतर कन्या माध्यमिक विद्यालय, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय सहित करीब 110 अन्य शैक्षणिक संस्थ्।ान ब्यावर में विद्यमान हैं व कार्यरत हैं, जिनमें औद्योगिक प्रशिक्ष्।ण संस्थ्।ान, संस्कृत महाविद्यालय के अतिरिक्त निट, एप्टेक व अन्य कम्प्यूटर प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध है। मसूदा में डाईट एस.टी.सी. केन्द्र विद्यमान है।
जिला मुख्यालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय के अतिरिक्त ‘ए’ श्रेणी आयुर्वेदिक चिकित्सालय, होम्योपैथिक व यूनानी चिकित्सालय व अनेक डिसपेन्सरियां विद्यमान हैं। नर्सेज प्रशिक्षण केन्द्र भी स्थित हैं।
रीको का औद्योगिक कार्यालय, जिला उद्योग केन्द्र, राजस्थान वित्त निगम का कार्यालय, रीको के तीन औद्योगिक क्षेत्र, श्री सीमेन्ट व राज सीमेन्ट के अतिरिक्त मिनरल ग्राईण्डिंग, स्टोन कटिंग-पालिशिंग की लगभग 150 ईकाईयां व सीमेन्ट एसबेस्टोज पाईप फिटिंग व जालियों की 200 ईकाईयां विद्यमान हैं।
तीन सूती कपड़ों की बड़ी मिल्स, कुटीरबीड़ी उद्योग, कुटीर तम्बाकू उद्योग, पाॅवरलूम फैक्टियां तथ्।ा कपड़ा रंगाई-छपाई उद्योग, ऊन की प्रमुख मण्डी, रूई की मण्डी, ऊन धुलाई केन्द्र, ऊन-रूई की जिनिंग व पे्रसिंग कम्पनीयाॅं इत्यादि है।
स्वतन्त्र कोष कार्यालय के अतिरिक्त पंजाब, राजस्थान, यूको, केनरा, ओरियन्टल, ब्यावर-अरबन, अजमेर सेन्टल को-आॅपरेटिव बैंक, एस.बी.बी.जे., भारतीय स्टेट बैंक की दो शाखा, बैंक आॅफ बड़ौदा की दो शाखाओं के कार्यरत होने के साथ-साथ अजमेर-भीलवाड़ा आंचलिक ग्रामीण बैंक की शाखा भी अवस्थ्।ित है। निजी क्षे़त्र में सहारा इण्डिया व अन्य कई गैर-बैकिंग कम्पनियां भी समानान्तर रूप से कार्य कर रही हैं।
सब-सेन्टल जेल, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय, जिला रोजगार कार्यालय, 240 के.वी.जी.एस.एस. विद्युत केन्द्र, बीसलपुर जलदाय केन्द्र, हाऊसिंग बोर्ड, सार्वजनिक निर्माण विभाग का कार्यालय, राज्य बीमा एवं प्रावधायी निध्।ि कार्यालय, सब रजिस्ट्रार का कार्यालय, सहकारी समिति कार्यालय, स्वायत श्।ासन संस्थान, नगर-परिषद, सिंचाई विभाग का कार्यालय, विपणन बोर्ड का कार्यालय, कृषि ऊपज मण्डी, सब्जी ऊपज मण्डी प्रांगण व कार्यालय, वन विभाग का कार्यालय, अनाज मण्डी, भेड़ व ऊन अधिकारी कार्यालय व कृषि उप-निर्देशक का कार्यालय एवं जिला परिवहन कार्यालय स्थित है।
आॅंठ हजार टेलीफोन कनेक्शन की क्षमता वाला एक्सचेंज कार्यालय, मण्डल अभियन्ता कार्यालय, मण्डल अभियन्ता डाक कार्यालय, तार-घर, टाॅवर, सेल्यूलर फोन टाॅवर व कार्यालय, अहमदाबाद-दिल्ली ब्रोडगेज रेल्वे लाईन स्थित है, अतिरिक्त जिला कलेक्टर कार्यालय, उपखण्ड अधिकारी कार्यालय, तहसील कार्यालय, सहायक पुलिस अधीक्ष्।क कार्यालय इस शहर में स्थित हैं।
केन्द्र-सरकार व राज्य-सरकार के राजस्व संकलन हेतु केन्द्रीय उत्पाद शुल्क कार्यालय, आबकारी अधिकारी एक्साईज आॅफिस, आयकर बिक्रीकर कार्यालय, सहायक पंजीयन अधिकारी का कार्यालय, स्थानीय निकाय कार्यालय, जीवन बीमा निगम कार्यालय, साधासरण्। बीमा निगम के चार कार्यालय, रोडवेज कार्यालय व कार्यशाला, सिविल न्यायालय, मुंसिफ न्यायालय, श्रम कन्याण केन्द्र व श्रम न्यायालय, उप-जिला दण्डनायक कार्यालय के अतिरिक्त बाट-माप तोल कार्यालय, डाक बंगला
कई छोटी-बड़ी होटलें, रेस्टोरेन्ट, विश्राम गृह, राजमहल होटल, गणगौर होटल, विनोद होटल, विक्रान्त होटल, श्।ुभम् होटल व जयमन्दिर एवं रूपबानी छविगृह स्थित हैं। पश्।ु चिकित्सालय व माल लदान हेतु सुलभ सेवाएं 24 घ्।ण्टे उपलब्ध रहती हैं। तिलपपड़ी का कुटीर उद्योग विश्व प्रसिद्व है। टंªासपोर्ट नगर के अतिरिक्त दो हाऊसिंग बोर्ड भी स्थ्।ित हैं।
शहरी ग्रामीण्। संस्कृति की झलक सहज ही दृष्टिगोचर होती है। सभी धर्माे के अनुयायी परस्पर मिल-जुलकर एवं भाईचारे के साथ रहते हैं। सभी धर्मो के त्यौंहार व उत्सव में सभी वर्गो के लोग मिल-जुलकर एवं बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। ध्।ार्मिक सहिष्णुता की झलक इस श्।हर में व श्।हर के आस-पास के गांवों में देखने को मिलती है। अंम्बूजा सीमेन्ट का लगभ्।ग 500 करोड़ रूपयों की लागत के सीमेन्ट प्लान्ट का प्रशासनिक कार्यालय भी ब्यावर में ही स्थित है - जिसकी एक्साईज भी सरकारी राजस्व हेतु ब्यावर में ही जमा होती है।
कहने का तात्पर्य यह है कि यह शहर प्रत्येक दृष्टि से शकुन वाला है तथा यहां के निवासी अपने आपको भाग्यश्।ाली समझते हैं, क्योंकि ऐसे भौतिक युग में दिल-दिमाग को निरन्तर श्।ान्ति और स्फूर्ति देने वाला अनुकूल वातावरण्। यहां पर विद्यमान है। आवश्यकता है मात्र राजनैतिक और प्रशासनिक दृष्टि से श्।ीघ्र ही इसे ‘जिला’ घोष्।ित किये जाने की।
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